The shiv chalisa in hindi Diaries

तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥

त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। यहि अवसर मोहि आन उबारो॥

There is not any one as generous as you, Your devotees generally praise and provide you. The Vedas sing your divine glory, The unfathomable and timeless techniques are past comprehension.

समझनी है जिंदगी तो पीछे देखो, जीनी है जिंदगी तो आगे देखो…।

श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।

ध्यान पूर्वक होम करावे ॥ त्रयोदशी व्रत Shiv chaisa करै हमेशा ।

O Universal Lord, each early morning as Shiv chaisa a rule I recite this Chalisa with devotion. Make sure you bless me to make sure that I may be able to carry out my substance and spiritual wishes.

दानिन महँ तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥

जो यह पाठ करे मन लाई। ता पर होत है शम्भु सहाई॥

जय सन्तोषी मात अनूपम। शान्ति दायिनी रूप मनोरम॥ सुन्दर वरण चतुर्भुज रूपा। वेश मनोहर ललित अनुपा॥

अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥

स्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥

कहे अयोध्या आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥

जय जय तुलसी भगवती सत्यवती सुखदानी। नमो नमो हरि प्रेयसी श्री वृन्दा गुन खानी॥

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *